भारत में एक देश - एक चुनाव लागू होने जा रहा है ?



One Nation - One Vote

जी‌ हां भारत में‌‌ अब लागु होगा एक देश‌ - एक चुनाव ! जहां अब तक अलग अलग राज्यों में चुनाव का समय और साल अलग होते थे और इसे ही सुधार कर नया बिल‌ लाने की बात पर विशेष चर्चा भी गरमार्ई हुई है, ऐसे में सवाल उठता है क्या यह बिल पास करना इतना आसान हो सकता है ?

क्या इसके समर्थन में राजनैतिक पार्टी अपना समर्थन देगी ?

क्या विपक्ष इसका विरोध करेगी ?

आखिर इस बात को‌ लेकर क्या कहना है राजनैतिक दलों का आइये जानतें हैं विस्तार से 

वर्तमान में मोदी सरकार का तीसरा कार्यकाल चल रहा है और अगला प्रधानमंत्री 2029 में चुना जायेगा और इसलिए यह बिल‌ लाने की तैयारी बीजेपी कर रही है ताकि अगला चुनाव एक साथ हो सके, भाजपा अपने सह गठबंधन साथी पार्टीयों में लगभग पुर्ण समर्थन में‌ है जैसे चिराग पासवान, नीतीश कुमार, पर अभी तक चंद्रबाबू नायडू का जवाब नहीं आ पाया है !

ऐसे में कुछ लोगों का कहना यह भी है यह बिल पास होने में समय और पैसे दोनो का बचत हो सकता है ? और वहीं कुछ विपक्षी दल इसके विरोध में हैं, अगर यह बिल लागु होता है तो एक साथ चुनाव और परिणाम भी साथ आ जायेंगे चाहे लोकसभा हो या विधानसभा

खैर जो भी हो भाजपा इस बिल को लाने की बात कह चुकी है और यह माना जा रहा है कि यह बिल लागु होकर रहेगा, और इस पर काफी चर्चा भी होता आया है तो बड़ी संभावना यह बन रही है कि मोदी सरकार यह बड़ा फैसला ले 

अब विपक्षी पार्टी क्या कह कर रोकने की कोशिश करेगी यह कहना अभी मुश्किल है पर यह बिल देश के हित में हो सकता है यह भी सच है !

कांग्रेस, समाजवादी पार्टी इस पर क्या  कहते हैं यह महत्वपूर्ण होगा क्योंकि दुसरी और तीसरी बड़ी पार्टी है वर्तमान में

पर यह सिर्फ एक पार्टी के समर्थन में भी बिल पास नहीं कराया जा सकता इसके लिए पक्ष विपक्ष का आपसी सलाह समर्थन भी होना अनिवार्य है !

इस बात पर आपकी क्या राय है ? यह कमेंट करके जरुर बताएं और शेयर भी करें धन्यवाद 

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